भेल के एक अधिकारी को एक हनीट्रैप गिरोह ने दुष्कर्म और वेश्यावृत्ति के अपराध में फंसाने की धमकी देकर डेढ़ लाख से अधिक रुपये ऐंठ लिए। फरियादी का महीने भर पहले ही हनीट्रैप गिरोह की महिला से नौकरी दिलाने के संबंध में संपर्क हुआ था। इसके बाद महिला का फरियादी के निवास पर आना-जाना शुरू हो गया।गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार एस सेंथिल कुमार पुत्र एम सुब्रमण्यम भेल क्षेत्र में रहते हैं और भेल में आर्टिजन हैं। उनकी पत्नी की कुछ माह पहले डिलीवरी हुई है और उसके बाद से वह तमिलनाडु में है। महीने भर पहले सेंथिल कुमार का एक सोनम नाम की महिला से संपर्क हुआ। महिला उनकी करीबी दोस्त बन गई। महिला का उनके घर आना-जाना शुरू हो गया। 15 अप्रैल को गिरोह की महिला फिर से फरियादी के घर आई और इस बार अपने साथ 22 साल की पूजा नाम की युवती को भी साथ लाई। दोनों महिलाएं फरियादी के साथ एक कमरे में मौजूद थीं। इसी बीच फरियादी के मकान का दरवाजा बाहर से खटखटाया गया। फरियादी ने जैसे ही दरवाजा खोला, दो युवक, जिनमें से एक पुलिस की वर्दी में था, धड़धड़ाते हुए उसके घर में घुस आए और एक कागज का टुकड़ा दिखाते हुए घर की तलाशी लेने का दबाव बनाया। इनमें से एक ने खुद को क्राइम ब्रांच का बताते हुए कहा कि आपके घर में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों को टीम बनाकर भेजा है।हनीट्रैप गिरोह के दोनों पुरुष आरोपी जब फरियादी के बेडरूम में पहुंचे तो दोनों महिलाएं वहां मिलीं। इसके बाद वे दोनों फरियादी पर दुष्कर्म और वेश्?यावृत्?ति करने का आरोप लगाते हुए अपराधिक मामलों में जेल भेजने की धमकी देने लगे। महिलाएं भी नकली पुलिसकर्मियों के साथ मिल गईं और पुलिस व जेल के चक्कर से बचने के लिए रूपये देने का दबाव बनाने लगीं। पैसा नहीं देने पर दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देने लगीं। इसके बाद फरियादी ने कुछ पैसे घर से दिए।एडीसीपी जोन-2 राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि घर में नकदी कम होने पर आरोपित फरियादी का एटीएम कार्ड लेकर रूपये निकालने गए थे। बैंक खाते में कम पैसा होने के कारण कम निकले, जिससे गुस्सा होकर आरोपितों ने फरियादी को पीटा भी। आरोपितों ने फरियादी से कुल डेढ़ लाख से अधिक की ठगी कर ली।घटना करीब 10 दिन पुरानी है। 15 अप्रैल को फरियादी हनीट्रैप का शिकार हुआ। इसके बाद वह दस दिन तक पुलिस के पास नहीं पहुंचा। मंगलवार को फिर से हनीट्रैप गिरोह के लोगों ने पैसे के लिए अड़ीबाजी शुरू कर दी। तब परेशान होकर फरियादी ने गोविंदपुरा थाने पहुंचकर ब्?लैकमेलिंग, अड़ीबाजी करने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करा दिया। पुलिसकर्मी बने आरोपित की पहचान छोला थाना क्षेत्र के पुराने बदमाश बाबू मंडल के रूप में हुई है। एडीसीपी भदौरिया ने बताया कि चारों आरोपितों की पहचान हो गई है। टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही सभी आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।