नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उनकी मां, पत्नी,बेटे सहित छह को बनाया पक्षकार,

जिला न्यायाधीश ने उस दावे में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उनकी मां, पत्नी,बेटे सहित छह को पक्षकार बना लिया है, जिसमें सिन्धिया ने एजी ऑफिस पुल की जमीन का ७.५६ करोड़ रुपये १२ प्रतिशत ब्याज के साथ मुआवजा मांगा है। दावा उनके नाम से चल सके इसलिए उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए १२ मई को बुलाया गया है। कमलाराजे ट्रस्ट की ओर से छह दावेदार बनाए गए हैं, जो ट्रस्ट में ट्रस्टी के पद पर हैं। कमलाराजे चैरिटेबल ट्रस्ट ने एजी ऑफिस पुल की जमीन का मुआवजा लेने के लिए चार जून २०१८ को जिला न्यायालय के मुआवजे का दावा पेश किया है, उसे पेश करने के लिए सिंधिया ने ट्रस्ट के सचिव विजय सिंह फालके को अधिकृत किया था, लेकिन दावा सचिव के नाम से नहीं चल सकता है। कोर्ट की आपत्ति के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मां माधवीराजे सिंधिया, पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिन्धिया बेटा महाआर्यन सिन्धिया, मृणालिनी सिंह और भास्करन ने दावे में पक्षकार बनने के लिए आवेदन पेश कर दिया है। न्यायालय में ट्रस्ट का पंजीयन अभी पेश नहीं किया गया है। ट्रस्ट के वारिसान भी नहीं बताए गए हैं। ट्रस्ट की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि छह लोग हैं, जिन्हें पक्षकार बनाया जाना है।